Bangladesh’s Army vs India: हाल के दिनों में बांग्लादेश में सेना ने एक बड़ा कदम उठाते हुए सत्ता अपने हाथों में ले ली है। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया और देश छोड़ दिया, जिससे अब बांग्लादेश की कमान आर्मी चीफ जनरल वकार-उज़-ज़मान के हाथों में आ गई है। यह घटनाक्रम न केवल बांग्लादेश बल्कि भारत समेत पूरे दक्षिण एशिया के लिए एक जरूरी घटनाक्रम है। इस परिस्थिति में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि अगर भविष्य में भारत और बांग्लादेश के बीच कोई सैन्य संघर्ष होता है, तो कौनसी सेना ज्यादा ताकतवर साबित होगी। आइए, बांग्लादेश और भारत की सेना की ताकत का विस्तार से चर्चा करते हैं।
बांग्लादेश की सेना के बारे में
बांग्लादेश की सेना दक्षिण एशिया में एक महत्वपूर्ण सैन्य शक्ति के रूप में जानी जाती है। इस सेना का गठन 1971 में बांग्लादेश के स्वतंत्रता संग्राम के दौरान हुआ था। वर्तमान में, बांग्लादेश की सेना में करीब 1,75,000 सक्रिय सैनिक शामिल हैं। इसके अलावा, 80,000 अर्धसैनिक बलों का समर्थन भी सेना को प्राप्त है।
बांग्लादेश की सेना के संसाधन
बांग्लादेश की सेना के पास विभिन्न प्रकार के आधुनिक हथियार और उपकरण हैं:
- टैंक और बख्तरबंद गाड़ियां: बांग्लादेश की सेना के पास 281 टैंक और 13,100 बख्तरबंद गाड़ियां हैं। ये गाड़ियां और टैंक युद्ध के समय महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
- तोपखाने और रॉकेट लांचर्स: सेना के पास 20 स्व-चलित तोपखाने और 370 टो आर्टिलरी हैं। इसके अलावा, 70 रॉकेट लांचर्स भी हैं, जो बांग्लादेश की सेना को एक महत्वपूर्ण शक्ति प्रदान करते हैं।
- वायुसेना और नौसेना: बांग्लादेश की वायुसेना और नौसेना भी छोटी लेकिन महत्वपूर्ण हैं। वायुसेना के पास सीमित संख्या में लड़ाकू विमान और हेलिकॉप्टर हैं, जबकि नौसेना में कुछ प्रमुख युद्धपोत और पनडुब्बियां शामिल हैं।
बांग्लादेश की रक्षा बजट
बांग्लादेश अपनी सेना की सुरक्षा और आधुनिकीकरण पर हर साल लगभग 3.8 बिलियन डॉलर खर्च करता है। यह दक्षिण एशिया में भारत और पाकिस्तान के बाद तीसरा सबसे बड़ा रक्षा बजट है। इस बजट का बड़ा हिस्सा हथियारों की खरीद, सैनिकों की प्रशिक्षण, और नई तकनीकों के विकास पर खर्च किया जाता है।
बांग्लादेश के आर्मी चीफ जनरल वकार-उज़-ज़मान
जनरल वकार-उज़-ज़मान वर्तमान में बांग्लादेश के सबसे ताकतवर व्यक्ति माने जा रहे हैं। उन्होंने 23 जून 2024 को आर्मी चीफ का पद संभाला था और शेख हसीना की सरकार का तख्तापलट भी उनके नेतृत्व में ही हुआ। जनरल वकार का सेना में बहुत प्रभाव है और वे सैन्य रणनीति के मामलों में काफी कुशल माने जाते हैं।
भारत की सेना के बारे में
भारत की सेना का गठन 1947 में भारत के स्वतंत्रता संग्राम के बाद हुआ था। यह दुनिया की सबसे बड़ी और ताकतवर सेनाओं में से एक है। ग्लोबल फायरपावर 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत की सेना दुनिया की चौथी सबसे ताकतवर सेना है। भारत की सेना के पास कुल 51.37 लाख सैन्य कर्मी हैं, जिनमें से 14.55 लाख सक्रिय सैनिक हैं। इसके अलावा, पैरामिलिट्री में 25.7 लाख और रिजर्व सैनिकों की संख्या 11.55 लाख है।
भारत की सेना के संसाधन
- थल सेना: भारत की थल सेना के पास 4614 टैंक, 140 सेल्फ प्रोपेल्ड आर्टिलरी, 3243 टो आर्टिलरी, और 702 एमएलआरएस रॉकेट आर्टिलरी हैं। इसके अलावा, थल सेना के पास 1.51 लाख से ज्यादा गाड़ियां हैं, जो सेना को बड़े पैमाने पर मूवमेंट और सपोर्ट प्रदान करती हैं।
- वायुसेना: भारत की वायुसेना दुनिया की सबसे बड़ी वायुसेनाओं में से एक है। इसमें 606 फाइटर जेट्स, 130 अटैक फाइटर जेट्स, 264 ट्रांसपोर्ट विमान, 351 ट्रेनर्स, और 70 स्पेशल मिशन एयरक्राफ्ट शामिल हैं। इसके अलावा, 869 हेलिकॉप्टर्स और 40 अटैक हेलिकॉप्टर्स भी हैं, जो भारतीय वायुसेना को एक मजबूत आक्रमण क्षमता प्रदान करते हैं।
- नौसेना: भारतीय नौसेना में 12 डिस्ट्रॉयर्स, 12 फ्रिगेट्स, 18 कॉर्वेट्स, 18 पनडुब्बियां, और 137 पेट्रोल वेसल शामिल हैं। यह नौसेना भारत के समुद्री क्षेत्रों की रक्षा के लिए पूरी तरह से सक्षम है।
भारत का रक्षा बजट
भारत अपनी सेना पर हर साल 76 बिलियन डॉलर से अधिक खर्च करता है, जो इसे दुनिया के सबसे बड़े रक्षा बजटों में से एक बनाता है। यह बजट भारतीय सेना के आधुनिकीकरण, नई तकनीकों के विकास, और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए खर्च किया जाता है।
बांग्लादेश और भारत की सेना की तुलना
बांग्लादेश और भारत की सेनाओं की तुलना करने पर यह स्पष्ट होता है कि भारत की सेना बांग्लादेश से कहीं ज्यादा मजबूत और आधुनिक है। भारत की सेना के पास अधिक संख्या में सैनिक, बेहतर हथियार, और अत्याधुनिक तकनीक है। जबकि बांग्लादेश की सेना भी दक्षिण एशिया में जरूरी भूमिका निभाती है, लेकिन वह भारतीय सेना के सामने काफी छोटी और कम शक्तिशाली है।