Heavy Rain Alert in MP: मध्य प्रदेश में बारिश ने प्रदेश वासियों को आज थोड़ी राहत दी है, लेकिन ये राहत स्थाई नहीं होने वाली। अगले 24 घंटे में प्रदेश के ज्यादातर जिले भारी बरसात का सामना करने वाले थे, लेकिन मानसून के थोड़ा कमजोर पड़ने के कारण भारी बरसात से थोड़ी राहत मिलने की संभावना दिख रही है।
मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज
मिली जानकारी के अनुसार- मौसम विभाग ने भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन, मुरैना, भिंड, जबलपुर, सीधी, शहडोल, उमरिया, मंडला, अनूपपुर और बालाघाट समय कई जिलों में आज हल्की बारिश, चमक और हवा के तेज चलने की संभावना ज्यादा है। तो वहीं भोपाल के कुछ इलाकों को छोड़कर ज्यादा बारिश नहीं हुई, लेकिन ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही है कि आसमान में दिनभर काले बादल छाए रहेंगे।
ज्यादा बरसात होने के कारण हवा में नमी की वजह से उमस बनी हुई है। तो वहीं राज्य के कई इलाकों में ऐसी ही स्थिति देखने को मिल रही है। कहीं-कहीं तो ज्यादा बरसात होने की वजह से नदी-नाले उफन कर बह रहे हैं।
प्रदेश के इन जिलों में भारी बारिश का अनुमान
मानसून के सक्रिय होने की वजह से प्रदेश के कुछ इलाकों में भारी बारिश का असर दिख रहा है। मौसम विभाग ने विदिशा, भोपाल, सीहोर, रायसेन, राजगढ़, हरदा और बैतूल समेत 45 जिलों में आंधी तूफान और आकाशीय बिजली के गिरने की संभावना व्यक्त की है।
मध्य प्रदेश के ये 7 जिले लगातार येलो अलर्ट पर
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के इन सात जिलों में येलो अलर्ट मौसम विभाग द्वारा जारी किया गया है। जिसमे रतलाम, मंदसौर, नीमच, अलीराजपुर, बड़वानी और नर्मदा पुरम है। इन जिलों में आज चमक के साथ भारी बरसात होने की संभावना है।
मध्य प्रदेश के किन-किन जिलों में और कितनी बरसात हुई
जुलाई और अगस्त महीना मानसून के लिए सबसे उपयुक्त महीना कहा जाता है, ऐसे में इस बार अगस्त में भी मध्य प्रदेश में बारिश का सिलसिला लगातार चल रहा है। आपको बता दें कि पश्चिम मध्य प्रदेश में 590 मिनी वर्षा हुई है जिसका औसत 469 मिमी है, जो सामान्य से 26% अधिक है। पूर्वी क्षेत्र में वर्षा 660 मिमी हुई है जो सामान्य से 19% अधिक बताई जा रही है। आपको बता दें कि बालाघाट में बीते 1 जून 24 से हुई बरसात 4% कम है। तो वहीं रीवा में इस बार 36% कम बरसात हुई है।