Hindu Temples in Bangladesh: बांग्लादेश के प्रसिद्ध हिंदू मंदिर, जानिए इनके अद्भुत इतिहास की अनसुनी कहानियां

By Rahul Kumar

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Hindu Temples in Bangladesh

Hindu Temples in Bangladesh: बांग्लादेश एक ऐसा देश है, जहां का इतिहास और संस्कृति बेहद समृद्ध है। यहां की ज्यादातर आबादी मुस्लिम है, लेकिन हिंदू धर्म का भी यहां एक पुराना और महत्वपूर्ण इतिहास रहा है। बांग्लादेश में कई पुराने और खूबसूरत हिंदू मंदिर हैं, जो इस इतिहास की गवाही देते हैं।

हालांकि, बांग्लादेश में पिछले कुछ समय से हिंसा और अस्थिरता की वजह से हिंदू मंदिरों पर भी हमले हुए हैं। लेकिन इन मंदिरों की ऐतिहासिक और धार्मिक महत्ता आज भी बरकरार है। आइए जानते हैं बांग्लादेश के कुछ महत्वपूर्ण हिंदू मंदिरों के बारे में और उनके पीछे छिपे इतिहास को:

1. कांताजी मंदिर, दिनाजपुर (Kantaji Temple, Dinajpur)

कांताजी मंदिर, जिसे कांतानगर मंदिर भी कहा जाता है, बांग्लादेश के दिनाजपुर जिले में स्थित है। इस मंदिर का निर्माण 18वीं शताब्दी में महाराजा प्राणनाथ ने कराया था। यह मंदिर भगवान कृष्ण और रुक्मिणी को समर्पित है।

कांताजी मंदिर अपनी शानदार टेराकोटा कला के लिए मशहूर है, जिसमें महाभारत और रामायण के दृश्य दर्शाए गए हैं। हालांकि, 1897 में आए एक भूकंप से इस मंदिर को नुकसान पहुंचा और इसका शिखर गिर गया, फिर भी इसकी खूबसूरती और ऐतिहासिक महत्व आज भी कायम है।

2. ढाकेश्वरी मंदिर, ढाका (Dhakeshwari Temple, Dhaka)

ढाकेश्वरी मंदिर बांग्लादेश की राजधानी ढाका में स्थित है और इसे देश का राष्ट्रीय मंदिर भी माना जाता है। इस मंदिर का निर्माण 12वीं शताब्दी में राजा बलाल सेन ने करवाया था। 1996 में इसे आधिकारिक रूप से राष्ट्रीय मंदिर घोषित किया गया। यह मंदिर देवी ढाकेश्वरी को समर्पित है, जिन्हें देवी दुर्गा का एक रूप माना जाता है।

यहां दुर्गा पूजा बड़े धूमधाम से मनाई जाती है, और इस दौरान यहां भारी संख्या में भक्त पहुंचते हैं। ढाकेश्वरी मंदिर धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से बांग्लादेश के हिंदुओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

3. यशोरेश्वरी काली मंदिर, सतखीरा (Jeshoreshwari Kali Temple, Satkhira)

यशोरेश्वरी काली मंदिर बांग्लादेश के सतखीरा जिले में स्थित है और यह मंदिर मां काली को समर्पित है। यहां काली पूजा का उत्सव बहुत धूमधाम से मनाया जाता है, और भक्त दूर-दूर से मां काली के दर्शन के लिए यहां आते हैं। यह मंदिर भी बांग्लादेश के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है।

दूसरे हिंदू मंदिरों की स्थिति

बांग्लादेश में कई और भी छोटे-बड़े हिंदू मंदिर हैं, जो धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर के रूप में महत्वपूर्ण हैं। लेकिन इन मंदिरों में से कई की स्थिति अब अच्छी नहीं है। देखभाल और संरक्षण की कमी के चलते ये मंदिर जीर्ण-शीर्ण हो गए हैं। इसके अलावा, कई मंदिरों पर समय-समय पर हमले और अतिक्रमण भी हुए हैं, जिससे उनकी हालत और भी खराब हो गई है।

वर्तमान स्थिति और चुनौतियाँ

आज बांग्लादेश में हिंसा और अस्थिरता के माहौल में हिंदू मंदिरों की सुरक्षा एक बड़ी चुनौती है। ये मंदिर सिर्फ धार्मिक स्थल नहीं हैं, बल्कि सांप्रदायिक सौहार्द और शांति के प्रतीक भी हैं। इन्हें सुरक्षित रखने और उनके संरक्षण के लिए जरूरी कदम उठाने की आवश्यकता है।

Rahul Kumar

Rahul Kumar पिछले 2 साल से गाड़ियों के बारे में लेखन कर रहे है, गाड़ी के फीचर्स के बारे में जानना और उसके बारे में लिखना इन्हे बेहद पसंद है, इसलिए तो TimesUjala पर ये ऑटोमोबाइल केटेगरी में लेखन कर कार्य रहे है

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